पाकिस्तान में हिंदू लड़कियों के अपहरण और उनके धर्मांतरण की खबरें आम हैं। एक तय पैटर्न के तहत किसी भी अल्पसंख्यक नाबालिग लड़की को कोई अधेड़ उम्र का कट्टरपंथी अगवा करता है, फिर उसके साथ दुष्कर्म कर, उस पर दबाव बना कर उसका धर्म बदलवाता है और बाद में उससे निकाह कर लेता है।
इस बार भी सिंध के कांडकोट में एक 13 साल की लड़की के साथ यही हुआ है। लड़की की पहचान काव्या (बदला हुआ नाम) के तौर पर हुई है। वॉयस ऑफ पाकिस्तान माइनॉरिटी के अनुसार, सिंध के कंधकोट में तखत कुमार की बेटी को अगवा करके जबरन उसका धर्म परिवर्तन करवाया गया। बाद में उसका अपहरण करने वाले से ही निकाह भी करवा दिया गया। अब उसका नया नाम उम्हीना है।
इस अकाउंट से लड़की के धर्मांतरण के समय की कुछ तस्वीरें, वीडियो आदि शेयर किए गए हैं। वीडियो में हम देख सकते हैं कि हिंदू लड़कियों के धर्म परिवर्तन करवाने के लिए कुख्यात मियाँ मिट्ठू पीड़िता को इस्लाम कबूल करवा रहा है।
उसके ईर्द-गिर्द सैंकड़ों मुसलमान खड़े हैं। सब तेज आवाज में इस्लाम से जुड़ा कुछ पढ़ रहे हैं। वहीं बाकी लोगों में कोई वीडियो बना रहा है। कोई खड़ा है। कोई हँस रहा है और कई लोग पैसे उड़ा रहे हैं। हिंदू लड़की है इस माहौल के बीचोंबीच बिलकुल चुप बैठी है।
वॉयस ऑफ पाकिस्तान माइनॉरिटी के ट्विटर अकाउंट से कहा गया है कि इस माहौल में कोई कैसे कह सकता है उस पर दबाव बनाया गया। उसे जान जाने का डर होता है। 13 साल की लड़की हिंदू समुदाय से हैं। मियाँ मिट्ठू ने उससे इस्लाम कबूल करवाया। बाद में उसका निकाह करवा दिया गया।
गौरतलब है कि वीडियो में नजर आने वाला मियाँ मिट्ठू कोई नया चेहरा नहीं है। इसने सिंध क्षेत्र में तमाम हिंदू लड़कियों के जबरन धर्म परिवर्तन करवाए हैं। अभी हाल में उसने एक स्कूल टीचर एकता कुमारी का धर्म बदलवाया था। यह घटना 6 जनवरी 2021 को हुई थी। लड़की का नाम एकता से बदल कर आयशा कर दिया गया था। उससे पहले कविता, महक केसवानी जैसी हिंदू लड़कियों के धर्मांतरण के पीछे भी इसी मियाँ मिट्ठू का हाथ था।
स्त्रोत : Opindia