उत्तर प्रदेश के कानपुर में एक नाबालिग लड़की पर इस्लामी धर्मांतरण के लिए दबाव बनाने का मामला सामने आया है। ये घटना कानपुर के बर्रा आठ इलाके की है। ‘बजरंग दल’ के आक्रोशित कार्यकर्ताओं ने इस घटना को लेकर विरोध प्रदर्शन भी किया। उनका आरोप है कि पुलिस ने इस मामले सिर्फ छेड़छाड़ का ही मामला दर्ज किया है, जबकि पीड़ित बच्ची पर धर्मांतरण के लिए भी दबाव बनाया गया था। रामगोपाल चौराहे पर बुधवार (11 अगस्त, 2021) को ये प्रदर्शन हुई।
इस दौरान हिन्दू कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच झड़प भी हुई। ये मामला 14 साल की लड़की से छेड़छाड़ व अश्लील हरकतें करने से जुड़ा है। आरोप है कि जब परिवार ने इसका विरोध किया तो मुस्लिम समाज से ताल्लुक रखने वाले तीन भाइयों ने धर्मांतरण का दबाव बनाया। आरोपितों और पीड़िता का परिवार आस-पड़ोस में ही रहता है। पीड़िता की माँ ने स्थानीय विधायक से न्याय के लिए गुहार लगाई थी।
पुलिस ने इस मामले में छेड़छाड़ की धाराओं के तहत FIR भी दर्ज कर ली थी। लेकिन, इसके बावजूद तीनों भाई पीड़िता के परिवार को धमका रहे थे। जानकारी मिलते ही ‘बजरंग दल’ के कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। मामला सांप्रदायिक होने के कारण महल खराब होने का डर था, इसीलिए पुलिस के साथ-साथ CRPF को भी तैनात किया गया। विधायक महेश त्रिवेदी के बेटे शुभम त्रिवेदी भी मौके पर मौजूद थे।
उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस ने भी पीड़िता से अभद्र व्यवहार किया है। हिन्दू कार्यकर्ताओं को प्रदर्शन ख़त्म करने को कहा गया, जिसके बाद उनके और पुलिस के बीच तीखी नोंकझोंक हुई। शुभम त्रिवेदी ने बर्रा थाने के अतिरिक्त निरीक्षक से माँग की कि चौकी प्रभारी व वहाँ तैनात सिपाहियों पर कार्रवाई की जाए। ‘बजरंग दल’ के कार्यकर्ता उग्र हो गए और नारेबाजी करते हुए व जुलूस निकालने हुए आरोपितों के घर पहुँचे।
आरोपितों के घर से एक शख्स को निकाल कर उसकी पिटाई भी की गई। आनन-फानन में पुलिस ने हस्तक्षेप किया और उक्त व्यक्ति को हिरासत में लेकर थाने ले आई। इस दौरान उसके घर की महिलाएँ भी हंगामा करने लगीं। ‘अमर उजाला’ की खबर के अनुसार, अतिरिक्त निरीक्षक मोहम्मद आसिफ ने बताया कि आरोपितों की तलाश जारी है। उन्होंने बताया कि धाराएँ बढ़ाने की जो माँग है, उस दिशा में भी जाँच जारी है।
जिस वरुण विहार इलाके की ये घटना है, वहाँ मुस्लिमों की भी अच्छी जनसंख्या है। ‘भारत खबर’ के अनुसार, परिवार का आरोप है कि आसपास के रहने वाले मुस्लिम समुदाय के लोग हमारे परिवार को पैसे देकर धर्म परिवर्तन कराने का दबाव बनाते हैं। बेटियों के साथ अक्सर छेड़छाड़ करते हैं। हम जब उनकी इस हरकत का विरोध करते हैं तो वे गाली-गलौज करते हैं। छेड़छाड़ के डर से बेटियाँ भी घर से बाहर नहीं निकलती हैं।
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