Tuesday 2 October 2018

यूपीः मंत्रोच्चारण और हवन के बीच मुस्लिम परिवार ने विधि-विधान से अपनाया हिंदू धर्म



सोमवार को मुस्लिम परिवार ने एसडीएम बड़ौत में शपथ-पत्र देकर धर्म बदलने की घोषणा की थी, हिंदू संगठन ने मंगलवार को पूजा-पाठ के बाद हिंदू धर्म में शामिल करवाने का ऐलान किया था.
कुलदीप चौहान, बागपतः धर्म परिवर्तन का मामला यूपी में अक्सर सुर्खियों में रहता है और अक्सर हिन्दू धर्म के लोग या तो धर्म परिवर्तन करते हैं या चेतावनी देते हैं, लेकिन इस बार मुस्लिमों के धर्म परिवर्तन का मामला सामने आया है. बागपत में एक ही परिवार के 13 सदस्यों ने पुलिस उत्पीड़न और मुस्लिम समाज की अनदेखी के चलते धर्म परिवर्तन कर लिया. इस दौरान खूब जय श्री राम के नारे लगे, वंदे मातरम भी गाया गया और हर हर महादेव के भी जयकारें लगे. अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण को लेकर चल रहे माहौल के बीच 2019 लोकसभा चुनाव से पहले यूपी में मुस्लिमों का धर्म परिवर्तन एक बड़ा मुद्दा बन सकता है. सबसे बड़ी बात ये रही कि इस कार्यक्रम से पुलिस और प्रशासन ने दूरी बनाए रखी.
बागपत जिले के बदरखा गांव में शिव मंदिर में मंगलवार को हुए हवन पूजन में जिन लोगों ने यज्ञ वेदी में आहूति दी वो आज से पहले मुस्लिम थे. बता दें कि सोमवार को इस मामले में सभी कागजी कारवाही पूरी कर भले ही इन्होंने हिन्दू धर्म अपना लिया, लेकिन रीति रिवाज और बिना हवन पूजन के ये धर्म परिवर्तन शायद अधूरा था, इसीलिए मंगल के दिन इस हवन पूजन का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम के लिए पंडित ने हवन पूजन से पहले वेदी बनाई, नवग्रह की पूजा अर्चना कराई और फिर तिलक कर हवन शुरू कराया और कुछ देर बाद धर्म परिवर्तन का कार्यक्रम सम्पन्न हो गया. . 
अब आपको मुस्लिम परिवार के सदस्यों के हिन्दू बनने की वजह भी बताते हैं. दरअसल, बदरखा गांव के रहने वाले अख्तर अली कुछ महीने पहले निवाड़ा गांव जाकर रहने लगे. पहले अख्तर अली और अब धर्म सिंह के बेटे गुलहसन की 27 जुलाई को बागपत के निवाड़ा गांव में हत्या हो गई और शव फांसी के फंदे पर लटका मिला. इस हत्या के खुलासे के लिए परिवार के लोग पुलिस से मिले लेकिन आरोप है कि पुलिस ने हत्या को आत्महत्या दर्शा दिया. खूब थाने के चक्कर काटे, लेकिन इंसाफ नही मिला, मुस्लिम समाज की भी पंचायत हुई, लेकिन वहां भी इन्हें धुत्कार दिया गया.
इसके बाद पुलिस की प्रताड़ना और मुस्लिम समाज के साथ ना देने से पूरे परिवार ने हिन्दू धर्म अपनाने का फैसला कर लिया और एसडीएम बड़ौत के यहां एफिडेविट दे दिया. इसके बाद वापिस अपने गांव में बदरखा में आकर धर्म परिवर्तन कर लिया.
अख्तर अली से धर्म सिंह बने और उनके बेटे दिशाद से दिलेर सिंह, नौशाद से नरेंद्र और इरशाद से कवि बन गए और तीनों की पत्नियों, दो पोते और चार पोतियां भी शामिल है. हालांकि महिलाओं को पोतियों को इस कार्यक्रम से दूर रखा गया और परिवार के बच्चो सहित 7 लोग इसमें शामिल रहे. अब इन लोगों का कहना है योगी से उन्हें इंसाफ जरूर मिलेगा और जरूरत पड़े तो इसकी सीबीआई जांच भी होनी चाहिए.
धर्म परिवर्तन और नामकरण का विधि विधान से समापन होने के बाद आरती भी की गई....जयश्री राम के जयकारें लगे, वंदे मातरम भी गाया गया, और फिर हर हर महादेव के जयकारे भी लगे. ये पूरा कार्यक्रम युवा हिन्दू वाहिनी भारत के सहयोग से सम्पन्न हुआ और युवा हिन्दू वाहिनी के जिलाध्यक्ष योगेंद्र तोमर का कहना है कि इन लोगों ने घर वापसी की है.

No comments:

Post a Comment

विहिप ने मतांतरण के मुद्दे को विधानसभा में उठाने नेता प्रतिपक्ष से की मांग

‘ ଧର୍ମାନ୍ତରୀକରଣ विहिप ने मतांतरण के मुद्दे को विधानसभा में उठाने नेता प्रतिपक्ष से की मांग https://www.naidunia.com/ chhattisgarh/bilaspur-v...